इजरायल पर 181 मिसाइल दागने के बाद ईरान ने एक बार फिर नेतन्याहू को धमकी दी है. ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी ने कहा कि अगर इजरायल ने मंगलवार शाम को ईरान द्वारा किए गए मिसाइल अटैक को लेकर जवाबी कार्रवाई की तो ऑपरेशन कई गुना अधिक जोरदार तरीके से दोहराया जाएगा.
रॉयटर्स के मुताबिक लेबनान में ईरान के हिज्बुल्लाह सहयोगियों के खिलाफ इजरायल के ऑपरेशन के जवाब में ईरान ने इजरायल पर 181 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं और इजरायल ने अपने दुश्मन के खिलाफ दर्दनाक जवाब देने की कसम खाई.
वहीं, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को चेतावनी दी और कहा कि ईरान युद्धप्रिय नहीं है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वैध अधिकारों के आधार पर और ईरान शांति और सुरक्षा के उद्देश्य से नेतन्याहू शासन की आक्रामकता का निर्णायक जवाब दिया गया है. यह कार्रवाई ईरान के हितों और नागरिकों की रक्षा के लिए थी. उन्होंने कहा कि नेतन्याहू को बता दें कि ईरान युद्धप्रिय नहीं है, बल्कि वह किसी भी खतरे के खिलाफ मजबूती से खड़ा है. यह हमारी शक्ति का केवल एक हिस्सा है. ईरान के साथ संघर्ष में न पड़ें.
बता दें कि ईरान ने इजरायल पर हमले के बाद बयान जारी कर कहा था कि ये हमला इस्माइल हानिया और नसरल्लाह की शहादत का बदला लेने के लिए किया गया है. ईरानी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इजरायल पर मिसाइल दागने का आदेश ईरानी के सर्वोच्च नेता खामेनेई द्वारा दिया गया है.
वहीं, ईरान की आर्मी यूनिट आईआरजीसी ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस्माइल हानिया, सैय्यद हसन नसरल्लाह और शहीद निलफोरूशन की शहादत के जवाब में हमने कब्जे वाले क्षेत्रों को निशाना बनाया. अगर इजरायल ईरान के ऑपरेशन का जवाब देता है, तो उसे विनाशकारी हमलों का सामना करना पड़ेगा. महत्वपूर्ण सैन्य स्थलों को निशाना बनाया गया है. यह हमलों की पहली लहर है.
उधर, इजरायल पर हमले को लेकर अमेरिका ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी. अमेरिका ने कहा था कि अगर ईरान हमले करता है तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.