Modi Cabinet approves many schemes for farmers Agriculture To Education Railway Projects Ashwini Vaishnaw केंद्र सरकार ने किसानों को दी बड़ी सौगात, इन रेलवे प्रोजेक्ट को दिखाई हरी झंडी; जानें कैबिनेट के बड़े फैसले


Union Cabinet Decisions: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार (25 नवंबर) को एग्रीकल्चर, इनोवेशन, एजुकेशन, एनर्जी और बुनियादी ढांचे से संबंधित कई महत्वपूर्ण फैसलों को मंजूरी दी. इन फैसलों का उद्देश्य सतत विकास को बढ़ावा देना, उद्यमशीलता को बढ़ावा देना और विभिन्न क्षेत्रों में संसाधनों तक पहुंच को बढ़ाना है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया को प्रमुख फैसलों की जानकारी दी. 

कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कैबिनेट ने राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के शुभारंभ को मंजूरी दे दी है, जो कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तहत एक स्वतंत्र केंद्र प्रायोजित योजना है. 2,481 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ, इस मिशन का उद्देश्य रसायन मुक्त कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल खेती के तरीकों को सुनिश्चित करना है. 

इनोवेशन को बढ़ावा

इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में कैबिनेट ने 31 मार्च, 2028 तक कार्यान्वयन के लिए 2,750 करोड़ रुपये के बजट के साथ AIM 2.0 को हरी झंडी दे दी. यह पहल स्टार्टअप, अनुसंधान और विकास का समर्थन करके भारत के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करेगी. 

पेपर लैस पैन सिस्टम

कैबिनेट ने पैन 2.0 को भी मंजूरी दी, जिसमें स्थायी खाता संख्या (पैन) जारी करने के लिए एक डिजिटल और कागज रहित प्रक्रिया और एक शिकायत निवारण तंत्र पर जोर दिया गया, जिससे प्रणाली अधिक कुशल और उपयोगकर्ता के अनुकूल बन गई. 

एजुकेशन सेक्टर के लिए क्या?

शैक्षणिक संसाधनों तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने के लिए, मंत्रिमंडल ने वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन योजना शुरू की, जो एक केंद्रीय पहल है जिसका उद्देश्य विद्वानों के शोध लेखों और पत्रिकाओं तक राष्ट्रव्यापी पहुंच बढ़ाना है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि 6,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली यह योजना विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त पत्रिकाओं की सदस्यता को समेकित करेगी, जिससे वे पूरे भारत में शैक्षणिक संस्थानों के लिए सुलभ हो सकेंगी. उन्होंने कहा, “इस निर्णय से छात्रों और शोधकर्ताओं को बिना किसी लागत के उच्च गुणवत्ता वाले संसाधन उपलब्ध कराकर बहुत लाभ होगा.”

अरुणाचल प्रदेश में हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट

मंत्रिमंडल ने अरुणाचल प्रदेश के शि योमी जिले में 240 मेगावाट की हेओ जलविद्युत परियोजना के लिए निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. 1,939 करोड़ रुपये के परिव्यय और 50 महीने की पूर्ण अवधि वाली इस परियोजना का उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र में बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है. 

रेलवे कनेक्टिविटी होगी बेहतर

कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए कैबिनेट ने 7,927 करोड़ रुपये की संयुक्त लागत वाली तीन मल्टीट्रैकिंग रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी. इन परियोजनाओं से यात्रा आसान होने, लॉजिस्टिक लागत कम होने, तेल आयात कम होने और CO2 उत्सर्जन में कटौती होने की उम्मीद है, जिससे अधिक कुशल और पर्यावरण के अनुकूल रेल नेटवर्क बनाने में मदद मिलेगी.

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