उत्तर प्रदेश के एडीजी रेलवे, प्रकाश डी सहारनपुर पहुंचे और रेलवे स्टेशन का विस्तृत निरीक्षण किया. इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने जीआरपी, आरपीएफ और सिविल पुलिस के साथ महत्वपूर्ण बैठक भी की. प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि एडीजी रेलवे बनने के बाद वह पश्चिम उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. इससे पहले उन्होंने गाजियाबाद और मेरठ में भी निरीक्षण किया और वहां भी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे. उन्होंने यह भी कहा कि रेल लाइन के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
एडीजी प्रकाश डी ने सभी नागरिकों से अपील की कि अगर किसी भी रेल पटरी पर संदिग्ध वस्तु दिखे तो तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन या चौकी को सूचित करें. उन्होंने आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा कड़ी करने के भी निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनावों को देखते हुए सहारनपुर के अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
संयुक्त पेट्रोलिंग की योजना पर किया जाएगा काम
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे पटरियों की सुरक्षा, ट्रेनों की सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर जीआरपी और आरपीएफ गंभीरता से काम कर रही हैं. हाल ही में कुछ घटनाओं में लोगों ने रेल पटरियों पर पत्थर, लकड़ी और लोहे की वस्तुएं रखने की कोशिश की है. इसके मद्देनजर, गाजियाबाद में हुई समीक्षा बैठक के दौरान जीआरपी, आरपीएफ, रेलवे और सिविल पुलिस के अधिकारियों ने संयुक्त पेट्रोलिंग की योजना पर काम करने का निर्णय लिया. सहारनपुर में आयोजित बैठक में भी इसी प्रकार की संयुक्त पेट्रोलिंग पर सहमति बनी, जिसमें जीआरपी, आरपीएफ, सिविल पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी करेंगी.
संवेदनशील इलाकों को गूगल मैप पर किया जाएगा प्लॉट
प्रकाश डी ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील इलाकों की पहचान की जा रही है और इन क्षेत्रों को गूगल मैप पर प्लॉट किया जा रहा है. सुरक्षा एजेंसियां वहां पर नियमित पेट्रोलिंग करेंगी. उन्होंने आगामी 5 अक्टूबर को हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव और 8 अक्टूबर को होने वाली मतगणना को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए कि चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए. इसके लिए पहले से ही बॉर्डर क्षेत्रों में भी बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं, जिसमें हरियाणा के यमुनानगर के जीआरपी प्रभारी भी शामिल थे.
‘पटरी पर कुछ रखा दिखे तो पुलिस को सूचित करें’
उन्होंने त्रिनेत्र योजना के तहत सीसीटीवी कैमरों के उपयोग की बात कही और यह भी बताया कि जनता के सहयोग से संवेदनशील क्षेत्रों में और भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. साथ ही सूचना तंत्र को मजबूत किया जा रहा है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत अंकुश लगाया जा सके. उन्होंने जनता से भी अपील की कि यदि कोई रेल पटरी पर पत्थर, लकड़ी या कोई अन्य वस्तु रखने की कोशिश करता है, तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस या रेलवे अधिकारियों को दें.
उन्होंने कहा कि अब तक जिन घटनाओं की जानकारी मिली है, उनमें से कुछ घटनाएं बच्चों द्वारा खेल-खेल में या सोशल मीडिया पर रील बनाने के उद्देश्य से की गईं. कुछ मामलों में बच्चों ने सिक्के या अन्य वस्तुएं पटरियों पर रखी ताकि यह देख सकें कि ट्रेनों के पहियों से उनका क्या होता है. इसके बावजूद, इन घटनाओं को गंभीरता से लिया गया है, और सभी मामलों में कानूनी कार्रवाई की जा रही है. सुरक्षा एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रेलवे पटरियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है.