बीयर पीने का शौक कई लोगों को होता है. आमतौर पर पार्टियों में जाकर लोग बीयर पी ही लेते हैं, ऐसे में कई बार इसका नशा चढ़ जाता है, कई बार तो ये नशा ज्यादा चढ़ जाता है. ऐसे में अक्सर कहा जाता है कि बीयर पीने के बाद पेशाब कर लो तो उसका नशा उतर जाता है. यह मान्यता उन लोगों में खास तौर पर प्रचलित है, जो शराब पीने के बाद जल्दी नशा उतरने के तरीके खोजते हैं. लेकिन सवाल ये है कि क्या यह सच है? क्या पेशाब करने से शराब का नशा वाकई उतर सकता है? इस आर्टिकल में हम इस सवाल का वैज्ञानिक आधार पर जवाब देंगे और आपको बताएंगे कि शराब का नशा कैसे उतरता है और पेशाब का इस प्रक्रिया से क्या संबंध है.
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बीयर पीने से शरीर में क्या होता है?
जब हम बीयर पीते हैं, तो उसमें मौजूद अल्कोहल हमारे शरीर में अवशोषित हो जाता है. अल्कोहल हमारे शरीर के कई अंगों को प्रभावित करता है, विशेष रूप से मस्तिष्क को. यह मस्तिष्क की कार्य करने की क्षमता को धीमा कर देता है, जिसके कारण हम नशे में महसूस करते हैं.
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पेशाब करने से खत्म हो जाता है बीयर का नशा?
पेशाब करने से शरीर से अतिरिक्त पानी और कुछ हद तक अल्कोहल बाहर निकल जाता है, लेकिन यह अल्कोहल का प्रभाव पूरी तरह से खत्म नहीं करता है. ऐसा इसलिए क्योंकि अल्कोहल को हमारे शरीर का लीवर पूरी तरह से तोड़ने में समय लगता है.
दरअसल जब हम बीयर पीते हैं, तो अल्कोहल हमारे खून में मिल जाता है और पूरे शरीर में फैल जाता है. पेशाब करने से केवल खून में मौजूद कुछ अल्कोहल ही बाहर निकलता है, लेकिन अधिकांश अल्कोहल उसके बाद भी शरीर में मौजूद रहता है. बता दें अल्कोहल को तोड़ने का काम हमारे शरीर का लीवर करता है. लीवर अल्कोहल को धीरे–धीरे तोड़ता है और इसे शरीर से बाहर निकालता है. पेशाब करने से यह प्रक्रिया तेज नहीं होती. इसके अलावा अल्कोहल का मुख्य प्रभाव हमारे दिमाग पर होता है. पेशाब करने से दिमाग पर अल्कोहल का प्रभाव कम नहीं होता.
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