Bihar By election 2024: बिहार में 13 नवंबर को चार सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमें रामगढ़, तरारी बेलागंज और इमामगंज हैं. प्रशांत किशोर (पीके) का सियासी दल इन चारों सीटों से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने जा रहा है. उन्होंने वहां से जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार खड़े किये हैं. जन सुराज पार्टी के बेलागंज से उम्मीदवार मोहम्मद अमजद के खिलाफ उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार 1995 से 2022 के बीच में पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से एक मामले में उन पर हत्या के प्रयास, सार्वजनिक शांति भंग करने और आपराधिक धमकी देने के आरोप हैं.
अमजद ने 2005 और 2010 के विधानसभा चुनावों में हार का सामना किया था. 2010 में वे जेडीयू) के टिकट पर बेलागंज से 4,500 से अधिक वोटों से हार गए थे. जेएसपी ने शुरू में एक शिक्षाविद मोहम्मद खिलाफत हुसैन को अपना उम्मीदवार घोषित किया था, जिनका अमजद ने पहले समर्थन किया था, लेकिन किशोर ने कहा कि अमजद पर समर्थकों की ओर से चुनाव लड़ने का दबाव था. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुरेंद्र प्रसाद यादव के जहानाबाद से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद बेलागंज सीट खाली हो गई थी. अमजद को राजद के विश्वनाथ कुमार सिंह और जनता दल (यूनाइटेड) की मनोरमा देवी के खिलाफ त्रिकोणीय मुकाबले का सामना करना पड़ेगा.
जेएसपी के इमामगंज से उम्मीदवार 47 वर्षीय जितेंद्र पासवान पर 2022 और 2023 के बीच दो आपराधिक मामले दर्ज हैं. एक मामले में उन पर धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति हड़पने का आरोप है. वहीं, 12वीं तक पढ़े पासवान का मुकाबला हिंदुस्तान आवामी मोर्चा (सेक्युलर) की दीपा मांझी से होगा, जो पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की बहू हैं. मांझी ने गया से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इमामगंज सीट खाली कर दी थी और तब से केंद्रीय मंत्री बन गए हैं.
रामगढ़ में जेएसपी के सुशील कुमार सिंह ने चुनावी हलफनामे में 2019 से पेडिंग मामले की घोषणा की है. उन पर हत्या के प्रयास और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप हैं. आरजेडी के सुधाकर सिंह के बक्सर सांसद के रूप में लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी. आरजेडी ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और सुधाकर के भाई अजीत सिंह को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने रामगढ़ उपचुनाव में अशोक सिंह को मैदान में उतारा है. जेएसपी के नेता ने कहा कि पार्टी के उम्मीदवारों पर लगे मामले “राजनीति से प्रेरित हो सकते हैं”, लेकिन उन्होंने कहा कि कानून “केवल दोषी लोगों को ही चुनाव लड़ने से रोकता है.