भारत के साथ बिगड़ते रिश्तों पर कनाडा के एक बड़े बिजनेसमैन आदित्य झा ने जस्टिन ट्रूडो को आईना दिखाया है. आदित्य झा कनाडा के नागरिक हैं और एक बड़े बिजनेसमैन हैं. उनका बिजनेस कई देशों में फैला हुआ है. उन्होंने भारत को लेकर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के रुख को बचकाना बताया है. उनका कहना है कि इस मसले को मैच्योरिटी के साथ भी हैंडल किया जा सकता था, लेकिन जस्टिन ट्रूडो ने जो इमैच्योर रवैया अपनाया है, उसकी वजह से दोनों देशों को अरबों डॉलर का नुकसान होगा. आदित्य झा को कनाडा के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ कनाडा से भी नवाजा जा चुका है.
आदित्य झा का कहना है कि जस्टिन ट्रूडो की ये हरकत न सिर्फ उनकी सरकार को बल्कि सरकार की इंडो-पैसिफिक स्ट्रेटजी को भी नुकसान पहुंचाएगी. उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि चीन के वैश्विक खतरे को रोकने के लिए भी कनाडा की राय का स्वागत नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जस्टिन ट्रूडो को भू-राजनीतिक रूप से कोई देश उतना गंभीरता से नहीं लेता है और अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, चीन और भारत जैसे देशों के नेता कई बार इसका एहसास भी करवा चुके हैं.
आदित्या झा ने कहा कि भारत और कनाडा के इस तनाव को शांत रहकर, परिपक्वता दिखाकर और अमेरिका जैसे अपने दूसरे पार्टनर्स पर दाबव डालकर खत्म किया जा सकता था. उसके लिए ये बचकानी हरकतें करने की जस्टिन ट्रूडो को जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा कि अगर ट्रूडो भारत को परेशान करके जियोपॉलिटिक्स की बात करते हैं, तो वास्तव में वह अपनी सरकार की इंडो-पैसिफिक स्ट्रेटजी को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जो भारत को उभरते रणनीतिक, आर्थिक और जनसांख्यिकी महत्व के तौर पर देखती है और भारत को अपना महत्वपूर्ण साझेदार बनाने की बात करती है.
आदित्य झा ने आगे खालिस्तान के मुद्दे पर कहा कि भारत को कैसे कनाडा से बात करनी चाहिए, जो फ्रीडम ऑफ स्पीच के नाम पर देश में खालिस्तान मूवमेंट को सपोर्ट कर रहा है, जबकि भारत बार-बार बता रहा है कि घोषित आतंकी देश में आतंकी गतिविधियों के लिए कनाडा की धरती का इस्तेमाल कर रहे हैं और वहां भी कनाडाई हिंदुओं के खिलाफ मूवमेंट चला रहे हैं.
आदित्या झा ने यह भी कहा कि क्या जस्टिन ट्रूडो और उनकी सहयोगी पार्टी एनडीपी के नेता जगमीत सिंह और कनाडा सरकार में मंत्री हरजीत सज्जन में इतनी हिम्मत है कि वह उन लोगों की सार्वजनिक तौर पर निंदा कर सकें, जो पूरे देश में भारतीय उच्चायोग के पोस्टर लेकर घूम रहे हैं और उन्हें जान से मारने की बातें कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि इस बात की जांच तो होनी चाहिए न कि खालिस्तान को लेकर हरदीप सिंह निज्जर जैसे लोग जो कई गतिविधियों में शामिल रहे हैं, उनका इतिहास क्या है. आर्म्स ट्रेड, मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर ड्रग ट्रैफिकिंग और गैंग वॉर तक में ये लोग शामिल हैं, पता तो चलना चाहिए कि कैसे ये कनाडा आए और कैसे उन्हें कनेडियन सिटिजनशिप मिल गई.
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