Does Eknath Shinde have strength to become Maharashtra Nitish Kumar Shiv Sena BJP devendra Fadnavis क्या एकनाथ शिंदे में है महाराष्ट्र के नीतीश कुमार बनने का दम? जानें क्यों चर्चा में है


Nitish Model In Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति ने बड़ी जीत दर्ज की है, जिसमें भाजपा की प्रचंड जीत हुई है, लेकिन इस चुनाव के बाद “नीतीश मॉडल” की खूब चर्चा हो रही है. शिवसेना के प्रवक्ता नरेश म्हस्के का कहना है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद में एकनाथ शिंदे को बने रहना चाहिए. वहीं भाजपा के नेता प्रवीण दरेकर ने सीएम पद के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम लिया है.

चुनाव में भाजपा ने सबसे अधिक 132 सीटें जीती हैं, जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगीं. वहीं एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 57 सीटों पर जीत हासिल की. इसको लेकर शिवसेना के प्रवक्ता नरेश म्हस्के का कहना है कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे को ही सीएम बने रहना चाहिए. ठीक उसी तरह जैसे बिहार में भाजपा ने संख्या बल पर फोकस नहीं किया और जनता दल यूनाइटेड के नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया.

क्या है नीतीश मॉडल? 

नीतीश मॉडल का मतलब यह है कि बिहार में 243 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें एनडीए के पास 137 विधायक है. इसमें भाजपा के 80 विधायक हैं और जनता दल यूनाइटेड के 45 विधायक. यहां भाजपा की अधिक सीटें होने के बावजूद भी कुर्सी पर नीतीश कुमार बैठे हैं. इसी को शिवसेना के नेता “नीतीश मॉडल” कह रहे हैं, जिसमें कम विधायक होने के बाद भी शिंदे के पास ठीक नीतीश कुमार की तरह सीएम की कुर्सी रहे. 

क्या शिंदे को साइडलाइन कर देगी भाजपा?

दूसरी ओर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने यह दावा किया था कि भाजपा अपना उद्देश्य पूरा होने के बाद एकनाथ शिंदे को साइडलाइन कर देगी. इस पर भी नरेश म्हस्के ने कहा कि शिंदे ने खुद को स्थापित किया है और उनका नाम लोकप्रिय नेताओं में सबसे आगे है.

‘फडणवीस को सीएम बनना चाहिए’

वर्तमान सरकार में मंत्री दीपक केसरकर ने भी एकनाथ शिंदे से रविवार को मुलाकात की और उनके सीएम बने रहने की बात कही. उन्होंने यह भी कहा, “महाराष्ट्र की जनता ने देवेंद्र फडणवीस को जनादेश दिया है. महाराष्ट्र की जनता पीएम मोदी के पीछे खड़ी है. मेरी राय है कि फडणवीस को सीएम बनना चाहिए. फडणवीस ने गठबंधन को एकजुट रखा, सहयोगी दलों को उम्मीदवार दिए और जरूरत पड़ने पर पीछे भी हटे.”

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