यदि आप भी आईआईटी से पढ़ाई करने का सपना देख रहे हैं तो आपके लिए ये खबर बेहद जरूरी है. अब छात्रों को आईआईटी में एडमिशन के लिए जेईई मेंस/ जेईई एडवांस्ड देने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आइए जानते हैं किस तरह अब स्टूडेंट्स आईआईटी में दाखिला पा सकेंगे.
दरअसल, आईआईटी कानपुर अब एक नई योजना के तहत स्टूडेंट्स को एडमिशन देगा. इस स्कीम के तहत मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री या फिर बायोलॉजी ओलंपियाड के तहत एडमिशन दिया जाएगा. इंस्टिट्यूट की ओर से बताया गया है कि बीटेक और बीएस प्रोग्राम में ओलंपियाड स्कोर के आधार पर दाखिला मिलेगा.
फिलहाल आईआईटी कानपुर के 5 विभागों में ही इसे लागू किया जा रहा है. जिनमें बायोलॉजिकल साइंसेस एंड बायो इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री, इकोनॉमिक्स एंड मैथमेटिक्स और स्टैटिस्टिक्स डिपार्टमेंट शामिल हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अगर किसी छात्र के पास एक से ज्यादा सब्जेक्ट्स की ओलंपियाड रैंक है, तो उसे हाई रैंक वाले सब्जेक्ट को प्राथमिकता दी जाएगी. यदि किसी की बायोलॉजी और मैथ्स चैनल में समान रैंक है, तो उसकी मैथ्स की रैंक को माना जाएगा. वहीं, बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री चैनल में बायो वाले कैंडिडेट्स को प्राथमिकता मिलेगी.
कंप्यूटर साइंस और अन्य विभागों में प्रवेश
कंप्यूटर साइंस विभाग में प्रवेश के लिए मैथ्स और इन्फॉर्मेटिक्स ओलंपियाड के स्कोर को आधार बनाया जाएगा. वहीं, केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में केवल केमिस्ट्री ओलंपियाड के मार्क्स पर दाखिला मिलेगा. साथ ही इकोनॉमिक्स, मैथ्स और स्टैटिस्टिक्स जैसे विभागों में मैथ्स ओलंपियाड रैंक को आधार बनाया जाएगा.
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शॉर्टलिस्टिंग और परीक्षा प्रक्रिया
ओलंपियाड रैंक लिस्ट के आधार पर छात्रों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा. शॉर्टलिस्ट किए गए स्टूडेंट्स को एक लिखित परीक्षा देनी होगी, जो जेईई परीक्षा से अलग होगी, लेकिन इसे जरूरी माना जाएगा. अगर डिपार्टमेंट को लगता है कि उन्हें इंटरव्यू लेने की जरूरत है तो वह भी लिया जाएगा.
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