indian railways blankets washed only once a month know its side effects महीने में एक बार धुलते हैं ट्रेन में मिलने वाले कंबल? जानें कितने दिन में बदल लेनी चाहिए बेडशीट और ब्लैंकेट


Blanket Cleaning Tips: डिब्बों में साफ सफाई और हाइजीन को लेकर भारतीय रेलवे एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है. दरअसल आरटीआई के तहत सवाल पूछा गया था कि यात्रियों को दिए जाने वाले कंबल कितने दिन में धुलते हैं. इसके जवाब में रेलवे ने कहा कि कंबलों को महीने में एक बार धोया जाता है. देखा जाए तो यात्रियों की सेहत के साथ ये एक बड़ा धोखा है. इस खुलासे के बाद जहां विपक्षी दल सरकार और रेलवे के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं वहीं रेलवे में यात्रा करने वाले लोग भी शॉक्ड हैं.

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सेहत के लिए खतरनाक है गंदे तकिए चादर और कंबल  

हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि रेलवे भले ही यात्रियों को गंदे कंबल दे रही है लेकिन ये सेहत के नजरिए से काफी खतरनाक है. लंबे समय तक ना धुले जाने पर ये कंबल बैक्टीरिया का घर बन जाते हैं. तरह तरह के यात्रियों के इस्तेमाल करने के बाद ये बीमारियों का अड्डा बन जाते हैं और जब कोई स्वस्थ यात्री उनको यूज करता है तो वो भी बीमार हो जाता है.

गंदे कंबल धूल, मिट्टी, गंदगी, बैक्टीरिया और दूसरे एलर्जिक पदार्थों से भर जाते हैं जिसका सेहत पर बुरा असर होता है. इससे स्किन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. एक्जिमा, रेशेज,खुजली और यहां तक फोड़े फुंसी तक हो सकते हैं. वहीं अस्थमा के मरीजों के लिए भी ये कंबल दौरे को ट्रिगर करने वाले साबित हो सकते हैं. इनको लंबे समय तक ना धोने पर यात्री यात्री अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसी सांस से जुड़ी परेशानियों का शिकार हो सकते हैं. गंदे कंबल साइनस और सिर दर्द का भी कारण बन सकते हैं.

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कितने दिन में धोने चाहिए कंबल रजाई 

रेलवे का मसला तो गर्म है ही, साथ ही सर्दियां भी आ रही हैं. ऐसे में लोग अपने घरों में दीवान और बेड में बंद रजाइयों और कंबलों को भी निकालने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में अगर आप इनको दीवान से निकाल कर तुरंत यूज करते हैं तो आप बीमार हो सकते हैं. सबसे पहले इनको पर्याप्त धूप दिखानी चाहिए. महीनों तक बंद रहने के कारण इन कंबलों और रजाइयों में बैक्टीरिया और जर्म्स पनपने लगते हैं. इसलिए दीवान से निकाल कर सबसे पहले इनको धूप दिखाएं.

इसके बाद कंबलों की धुलाई करें या फिर ड्राई क्लीन के लिए दें. जब तक आप इनको यूज करें, तब तक हफ्ते में दो बार इनको धूप जरूर दिखानी चाहिए और बीच बीच मे इनको धोते भी रहना चाहिए. इन्हें डिटर्जेंट से धोने के बाद नींबू, डेटॉल या गुनगुने पानी में विनेगर डालकर जरूर पानी में कुछ देर रखें. इससे से बैक्टीरिया फ्री हो जाएंगे. 

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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