MEA On Justine Trudeau: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार (17 अक्टूबर, 2024) को कनाडा सरकार को घेरते हुए कहा कि वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का बहाना लेकर अलगाववादी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लोगों की गिरफ्तारी के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके पीछे उनकी राजनीतिक मकसद भी है.
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की गिरफ्तारी के लिए भी किया था अनुरोध
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कनाडा सरकार को 26 प्रत्यर्पण के लिए रिक्वेस्ट भेजी गई हैं. 26 लोगों में गुरजीत सिंह, गुरिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, लखबीर सिंह लंडा, अर्शदीप सिंह गिल और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए लोग भी शामिल हैं. उनकी गिरफ्तारी की मांग की गई थी, लेकिन हमारी मांग पर कनाडा सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जो कि काफी गंभीर है.”
रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लोगों की गिरफ्तारी के लिए कनाडाई पक्ष से कुछ साल पहले और हाल में भी अनुरोध किया था. उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है, किसी को गिरफ़्तार नहीं किया है. कनाडा सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का बहाना देकर ऐसे अलगाववादी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे . इसके पीछे राजनीतिक मकसद भी है.”
“कनाडा ने भारत से कोई जानकारी नहीं की साझा”
दरअसल, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर दिए बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि सितंबर 2023 के बाद से कनाडा सरकार द्वारा भारत को कोई जानकारी साझा नहीं की गई. जयसवाल ने कहा ट्रूडो के कल के बयान से लगता है कि है वे सिर्फ आरोप लगा रहे जबकि सूबत नहीं दे रहे हैं. उनके तमाम आरोपों को हम खारिज करते हैं.
ये भी पढ़ें: ‘सूबत नहीं दे रहे, सिर्फ गंभीर आरोप लगा रहे’, कनाडाई PM ट्रूडो को विदेश मंत्रालय की खरी-खरी