तेजी से बदलती हुई लाइफस्टाइल और खानपान के कारण महिलाओं की फर्टिलिटी पर काफी ज्यादा बुरा असर होता है. पहले इस टॉपिक पर कोई खास बहस नहीं होती थी. लोग इसे एक टैबू समझते थे. लेकिन आज के दौर में इस पर खुलकर चर्चा होती है.
महिलाओं के शरीर में जब कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं तो इसके लक्षण शरीर पर दिखाई देते हैं. जैसे- पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना, बॉडी के टेंपरेचर में बदलाव होना. कुछ महिलाओं के पीरियड्स का समय जल्दी-जल्दी होता है और किसी का कम. यह ओव्यूलेशन के लक्षण हो सकते हैं.
ओव्यूलेशन उस समय को कहते हैं जब महिला के ओवरी से एग निकलने लगते हैं. यह अक्सर पीरियड्स के दौरान होता है. हर महिला का पीरियड्स का वक्त अलग-अलग होता है. ऐसी स्थिति में ओव्यूलेशन का पहचान करना बेहद जरूरी है.
ओव्यूलेशन और पीरियड्स एक साथ नहीं होते हैं. ओव्यूलेशन का एक खास समय होता है जो अक्सर पीरियड्स के बीच में होता है. लेकिन जिन महिलाओं को पीरियड्स का टाइम कम दिनों का होता है. उनकी पीरियड्स खत्म होते ही ओव्यूलेशन का कारण हो सकता है. ओव्यूलेशन के लक्षण पीरियड्स के दौरान महसूस हो सकते हैं.
शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन का लेवल जब बढने लगता है और हल्का दर्द होने के साथ-साथ भारीपन लगने लगता है तो यह ओव्यूलेशन के लक्षण हो सकते हैं.
कुछ महिलाओं के शरीर में ओव्यूलेशन के खास लक्षण दिखाई देते हैं. इस दौरान शरीर का टेंपरेचर बढ़ने लगता है.
Published at : 05 Nov 2024 09:18 PM (IST)