लंबे वक्त से यूक्रेन के साथ जंग में उलझे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अब एक ऐसा फैसला किया है, जिसकी वजह से पूरी दुनिया का नक्शा ही बदल सकता है. पुतिन का ये फैसला परमाणु हथियार और उनके इस्तेमाल से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से दुनिया पर फिर से जंग का खतरा मंडराने लगा है और अगर ये जंग हुई तो फिर तबाही के अलावा इस धरती पर कुछ भी नहीं बचेगा.
अपने जिद की वजह से यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहे व्लादिमीर पुतिन ने एक और जिद पाल ली है. जिद इस बात की कि अगर दुनिया का कोई भी देश चाहे उसके पास न्यूक्लियर हथियार हो या न हो, अगर वो रूस के खिलाफ बैलिस्टिक मिसाइल भी लॉन्च करता है तो रूस इसे अपने खिलाफ जंग का ऐलान समझेगा और उसका जवाब वो न्यूक्लियर हथियार के जरिए ही देगा. अब भले ही ये फैसला देखने में यूक्रेन के खिलाफ लग रहा हो, लेकिन अगर पुतिन इस फैसले पर कायम रह गए तो फिर ये दुनिया के लिए बड़ा खतरा है.
यूक्रेन के खिलाफ जंग में उलझा रूस न तो यूक्रेन से जीत पा रहा है और न ही यूक्रेन रूस को हरा पा रहा है. ऐसे में ये जंग चलती ही जा रही है, जिसमें रूस के विरोधी अमेरिका से लेकर फ्रांस और ब्रिटेन तक यूक्रेन के साथ खड़े हैं. अभी हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन से यहां तक कह दिया है कि वो रूस के खिलाफ और भी घातक और लंबी दूरी के हथियार का इस्तेमाल कर सकता है. ऐसे में यूक्रेन के हमले से बचने के लिए पुतिन ने अपने देश के न्यूक्लियर डॉक्ट्रीन में जो बदलाव किए हैं, वो बेहद खतरनाक हैं.
पुतिन ने जो नए बदलाव किए हैं, उससे रूस को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की छूट मिलती हुई दिख रही है. पुतिन के नेतृत्व में रूस ने तय किया है कि अगर कोई देश रूस के खिलाफ ड्रोन से भी हमला करता है या फिर किसी बैलिस्टिक मिसाइल के जरिए भी रूस के किसी हिस्से को निशाना बनाया जाता है तो रूस उस हमले के जवाब में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. अब यूं तो यूक्रेन के पास कोई परमाणु हथियार नहीं है, लेकिन यू्क्रेन के पास ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल हैं, जिसे उसने अमेरिका और दूसरे नाटो देशों से हासिल किया है. अब अगर यूक्रेन ऐसे किसी भी हथियार का इस्तेमाल करता है तो फिर पुतिन की जिद के आगे मजबूर रूस की सेना परमाणु हथियार भी चला सकती है, जिसका मतलब सिर्फ और सिर्फ तबाही है.
पुतिन और रूस के इस फैसले को यूक्रेन के खिलाफ महज चेतावनी के तौर पर ही देखा जा रहा है, लेकिन पुतिन की जिस तरह की जिद रही है और जैसा उनका इतिहास रहा है, उससे आशंका इस बात की है कि यूक्रेन का एक भी ड्रोन या मिसाइल हमला पुतिन को उकसा देगा. फिर परमाणु हथियारों का नियम बदल चुके पुतिन के इशारे पर रूस की सेना यूक्रेन के खिलाफ परमाणु हमला कर देगी, जिससे यूक्रेन का अस्तित्व ही खतरे में आ जाएगा. अगर यूक्रेन का अस्तित्व खतरे में आता है तो फिर अगली लड़ाई नाटो देशों और रूस के बीच होगी, जिसमें एक तरफ अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे ताकतवर देश होंगे तो दूसरी ओर रूस, चीन, उत्तरी कोरिया जैसे देश होंगे. अगर नौबत यहां तक आई तो ये लड़ाई पारंपरिक हथियारों से नहीं बल्कि परमाणु हथियारों से ही लड़ी जाएगी, जिसकी भयावहता का अंदाजा लगाना भी बेहद मुश्किल है.
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