Air India-Vistara Merger: सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया में अतिरिक्त 3194.5 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. ये निवेश एयर इंडिया-विस्तारा के विलय के बाद होगा और ये 11 नवंबर, 2024 तक पूरा होने वाला है. इस मर्जर के बाद सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) के पास एक्सटेंडेड एयर इंडिया में 25.1 फीसदी हिस्सेदारी होगी. इसको ऐसे समझ सकते हैं कि इस विलय के बाद एयर इंडिया देश का एकमात्र फुल सर्विस कैरियर होगा. विस्तारा में SIA की 49 फीसदी हिस्सेदारी और 2058.5 करोड़ रुपये कैश पेमेंट शामिल हैं जिसे मर्जर के जरिए सैटल किया जाएगा.
9 जनवरी 2015 को विस्तारा ने भरी थी पहली उड़ान
विस्तारा जो कि एक फुल सर्विस कैरियर है इसने 9 जनवरी 2015 को उड़ान शुरू की थी. ये मुख्य रूप से टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस के बीच एक जॉइंट वेंचर है और जहां टाटा की 49 फीसदी हिस्सेदारी है.
प्रेस रिलीज में है बड़ी जानकारी
सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) ग्रुप ने शुक्रवार को कहा कि विलय के लिए विस्तारा में 49 फीसदी ब्याज और एक्सेटेंडेड एयर इंडिया में 25.1 फीसदी इक्विटी ब्याज के बदले में 20,585 मिलियन रुपये (2058.5 करोड़ रुपये) नकद शामिल हैं. शुक्रवार को जारी प्रेस रिलीज में विलय के बारे में जो जानकारी दी गई है, उससे पता चलता है कि 12 नवंबर से विस्तार ब्रांड के तहत एयरलाइंस का संचालन नहीं किया जाएगा बल्कि फुल सर्विस कैरियर के तौर पर एक्सटेंडेड एयर इंडिया की फ्लाइट्स का संचालन किया जाएगा.
जानें एयर इंडिया-विस्तारा के मर्जर की खास बातें
इस मर्जर के बाद खास तौर पर टाटा ग्रुप के एयर इंडिया में जो फंडिंग डाली जाएगी, उसके आधार पर सिंगापुर एयरलाइन की ओर से 3194.5 करोड़ रुपये अतिरिक्त निवेश के बाद ये जॉइंट एंटिटी के तौर पर काम करेगी.
एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइन ने अपने कोडशेयर समझौते का एक्सटेंशन करने पर एकमत होकर संयुक्त रूप से सहमति जताई है.
एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइन के जॉइंट नेटवर्क में 11 भारतीय शहर और 40 दूसरे इंटरनेशनल डेस्टिनेशन भी शामिल होंगे.
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