Swara Bhaskar-Fahad Ahmad: स्वरा भास्कर के पति फहद अहमद को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अणुशक्ति विधानसभा सीट से हार मिली है. वो एनसीपी-शरद पवार की ओर से इस सीट पर उम्मीदवार थे, लेकिन इस सीट से एनसीपी-अजित पवार की उम्मीदवार सना मलिक को जीत मिली है.
स्वरा मौलाना सज्जाद नोमानी से मिलने गई थीं. उनके साथ उनके पति और विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार फहद अहमद भी थे. इन दोनों ने ये मुलाकात चुनाव प्रचार के बीच की थी.
जनाब हज़रत मौलाना सज्जाद नौमानी साहब की ख़िदमत में हाज़िर हुए और उन्होंने हमे खूब दुआओं से नवाज़ा pic.twitter.com/5P7S3OIaJj
— Fahad Ahmad (@FahadZirarAhmad) November 16, 2024
मौलाना से मुलाकात भी नहीं आई चुनाव में काम
स्वरा-फहद ने मौलाना से मुलाकात की इसके बावजूद इसका पॉजिटिव असर उनके चुनावों के रिजल्ट पर नहीं पड़ा. स्वरा और उनके पति ने इस मुलाकात की फोटो भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से शेयर की. इसके बाद भी उनकी अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से हार हुई है.
चुनाव प्रचार के बीच मौलाना नोमानी से मुलाकात के मायने चुनाव से जोड़कर ही देखे जा रहे थे. वहीं नोमानी का कुछ दिन पहले ही एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वो बीजेपी के खिलाफ बोलते दिख रहे हैं. हालांकि, इस वीडियो के वायरल होने के बाद उन्होंने इस पर सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
मौलाना ने इस बार के चुनावों में व्यक्तिगत रूप से महाविकास अघाड़ी को सपोर्ट किया था. उसके बावजूद सहयोगी पार्टी एनसीपी-शरद पवार के उम्मीदवार को सीट पर बुरी तरह से हार मिली. इसके कई कारण हो सकते हैं.
- क्यों मिली स्वरा भास्कर के पति को हार?
स्वरा भास्कर को उनकी बेबाकी और मुखर अंदाज के लिए जाना जाता है. लेकिन वो इस इमेज के बावजूद मौलाना से मिलने पहुंचीं. मौलाना पहले से ही नारी शिक्षा की खिलाफत में बोल चुके हैं. ऐसा हो सकता है कि स्वरा भास्कर के सपोर्टर्स को भी ये बात अच्छी न लगी हो. क्योंकि कई यूजर्स ने ये भी लिखा कि फेमिनिस्ट स्वरा भास्कर ने उग्र विचारधारा वाले मौलाना से मुलाकात की है.
“I swear on Allah that it is better to keep your daughters uneducated and illiterate instead of sending them to colleges.”
– Maulana Sajjad Nomani.
‘Feminist’ @ReallySwara is meeting this radical cleric with a full-fledged Taliban mindset. https://t.co/CbKGubrNh5
— Dibakar Dutta (দিবাকর দত্ত) (@dibakardutta_) November 17, 2024
- फहद अहमद और स्वरा मौलाना नोमानी से मिले थे, लेकिन वोटर्स ने नोमानी से इस सियासी मुलाकात के बिना पर पैदा होने वाले किसी फायदे से फहद को महरूम कर दिया. हालांकि, वहां वोटरों ने दूसरे मुस्लिम उम्मीदवार सना मलिक को जीत का सेहरा पहना दिया.
- इसके अलावा, ये सीट सना मलिक के पिता नवाब मलिक का गढ़ रही है. उन्होंने यहां से 2009, 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी. नतीजे बताते हैं कि जब उनकी बेटी इस सीट से उतरीं तो उन्हें अपने पिता की इमेज का भी फायदा मिला, जिसके सामने फहद अहमद कमजोर साबित हुए.
स्वरा भास्कर क्यों हुई थी ट्रोल
दरअसल सज्जाद नोमानी नारी शिक्षा के खिलाफ बोल चुके हैं. ऐसे में हमेशा से मुखर रहने वाली इमेज के साथ जब स्वरा भास्कर उनसे मिलने पहुंच गईं. तो सोशल मीडिया यूजर्स भड़क उठे. नेटिजंस ने स्वरा पर ‘दोहरे मानकों’ का आरोप लगाते हुए उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया था. साफ है कि मौलाना से मुलाकात का फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता दिखा है.
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